गोस्वामी योग संस्थान से तस्वीरों की एक गैलरी । फ़ोल्डरों में अभ्यासों के उदाहरण, पूर्व के सेमिनारों की तस्वीरें तथा १९४० से और इसके बाद की अनेक तस्वीरों का मिश्रण शामिल है ।
तस्वीरें अलग-अलग फोटोग्राफिक क्वालिटी की हैं । कुछ निजी संग्रह से हैं, जबकि अन्य पेशेवर फोटोग्राफरों द्वारा ली गयी हैं ।
आसन
गतिशील और स्थितिशील योगिक शारीरिक आसन मानसिक नियंत्रण के साथ ।
Surya Namaskare
प्राणायाम
प्राण नियंत्रण /श्वास नियंत्रण
Kapâlabhâti – Bastrikâ − Ujjayi (with chin-lock)
षट्कर्म
शुद्धिकारक क्रियाएँ ।
Nauli – Rare isolation on obliquus abdominisNauli – Higher isolation on rectus abdominisVasa dhauti – With gauze bandageVasa dhauti – With cotton ropeNeti
यह फोटो गैलरी श्री गोस्वामी के सबसे करीबी शिष्य दीनबंधु प्रामाणिक को समर्पित है । वह आत्म-अनुशासन और विश्वसनीयता के एक आदर्श थे, एक कुशल हठ योगी जिनको अपने शरीर और उसके सबसे अंतरंग कार्यों पर उत्कृष्ट नियंत्रण था । जीवन भर सख्त ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए वह मुख्य रूप से अपने प्रिय गुरु के साथ ही थे, और दीनबंधु प्रामाणिक ने अपना सारा समय और ऊर्जा शिष्यत्व का आदर्श बनने में समर्पित की । इस कुशल योगी ने हठ योग की उच्च साख को एक व्यावहारिक दर्शन के रूप में प्रदर्शित करने में अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
उनके जीवन को सच्चाई से किसी ऐसे व्यक्ति के रूप में वर्णित किया जा सकता है, जो अत्यंत विनम्रता में, जीवन के उच्चतम आदर्श तक पहुंच गया; जिसने एक दीप्तिमान, चिरस्थायी मानव, जो शुद्ध और जीवनप्रद है का आदर्श निभाया – योगिक संभाषण में एक देव देह ।
Padmasana – ConcentrationSahita prânayâmaPectoralis MajorPosing as Mahâvira carrying Mount GandhamâdanaPadma sirâsanâPosing as ShivaThe Lord Krishna with his divine fluteA stance of Lord Krishna holding the Govardhana rock
चक्र प्रणाली का चित्रण
इन बहुरंगी चित्रों को श्री श्याम सुंदर गोस्वामी की किताब लययोग: दी कम्प्लीट गाइड टू चक्र ऐन्ड कुंडलिनी से चुना गया है।
এই সংবাদপত্রের নিবন্ধসমূহ মনোযোগ আকর্ষণ করেছিল, যা যোগব্যায়াম পথিকৃৎ শ্রী শ্যামসুন্দর গোস্বামীর বিভিন্ন স্থানে দেওয়া বক্তৃতাগুলি এবং তাঁর নিকটতম শিষ্য দীনবন্ধু প্রামানিক দ্বারা প্রদর্শন 1949 থেকে 1954 সাল অবধি।
Sri Goswami’s father Jatindra Mohan GoswamiSri Goswami demonstrating physical strengthSri Goswami demonstrating physical strengthSantipur welcome committee (Sri Goswami’s last trip to India)The Original Goswami Yoga Institute in Gopalpur, indiaMeeting with Bernard McFadden, “Father of Physical Strength”Meeting with William K KelloggSri Goswami, BC and his son SomaLectures Basile CatomérisAsanas class in Stockholm in the 1950’sYoga-demonstration in StockholmYoga postures from Addaura Caves approx. 10000 B.C.Sri Goswami on his 75th BirthdayThe Goswami’s ancestral house in Santipur, Bengal, IndiaGuest-lecture by BC at the Lonavla Institute, Pune, India 1981Ma Santi Devi granting diksha to BC in 1983Ma Santi Devi’s in Gopalpur, Bengal, IndiaThe Surya TempleBC with Yogi Raj in VaranasiMeeting with Gitananda in Bangalore 1981Sri Goswami and a future Yogi?Meeting with Mother Theresa, Kolkata 1981Satsyang at Puri, India 1986Karin SchalanderMa Santi Devi’s grandchildren Shibani and DevkumarMa Santi Devi’s SamadhiMa Santi Devi in Sweden, celebrating Sri Goswami’s 100th birthdayBC with Dr George Feuerstein in Sebastopol, California 2000Intervju with Georg Feuerstein 1998BC with Yoga students in Sulaymanyah, Kurdistan, 2007Sri Goswami’s samadhi in Gräsmark, SwedenKarin Schalander in memoriam, December 29th 2009
Interviews
जनवरी २०१३ में न्यू रियैलिटीज़ टौक शो, न्यूयौर्क सिटी के कुछ अंश । यह अभिलिखित किया गया था श्याम सुंदर गोस्वामी द्वारा ऐड्वैन्स्ड हठ योग तथा बासील पी. कैटोमेरीस द्वारा फॉऊनडेशनस औफ योग के प्रमोचन के संबंध में ।